व्यापारी पर जामलेवा हमला, उपद्रव व सरकारी कार्य बाधा के मामले में नाने रस्तोगी को पाली पुलिस ने भेजा जेल
पाली, हरदोई। पाली पुलिस ने व्यापारी पर जानलेवा हमला करने और युवराज हत्याकांड के बाद उपद्रव, तोड़फोड़ और सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में नाने रस्तोगी को रामलीला चौराहे से गिरफ्तार करके जेल भेजा है। नाने रस्तोगी पुलिस के लिए सिर दर्द बना हुआ था।
पाली कस्बे के मोहल्ला बाजार निवासी मंजेश गुप्ता पुत्र गिरीश चंद्र गुप्ता की बस अड्डा चौराहे पर मिष्ठान की दुकान है। बीती 23 मई को वह दुकान बंद करके अपने के साथ बाइक से घर जा रहे थे, तभी रास्ते में नाने रस्तोगी उर्फ अवधेश पुत्र लक्ष्मीकांत निवासी मोहल्ला इमाम चौक कस्बा पाली ने उस पर लूट के इरादे से हमला कर दिया, मंजेश के भाई ने थाना पुलिस व अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस टीम अविलंब मौके पर पहुंची पर नाने और उसके साथी ही मौके से फरार हो गए। मंजेश ने बताया कि इस दौरान बिक्री के 30 हजार रुपए भी कहीं गायब हो गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर नाने रस्तोगी व अन्य के खिलाफ लूट के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया एवं घायल व्यापारी मंजेश गुप्ता का मेडिकल परीक्षण कराया। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले में धारा 308 की बढ़ोत्तरी की। इसके अलावा बीती 30 मई को कस्बे में हुए युवराज हत्याकांड की आड़ लेकर नाने रस्तोगी ने कस्बे में बिना अनुमति के जुलूस निकाला, सरकारी कार्य में बाधा डाली और विभिन्न स्थानों पर अपने साथियों के साथ तोड़फोड़ की। पुलिस ने नाने रस्तोगी समेत 11 नामजद व 50 से 60 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद क्षेत्र में दो बार हुए उपद्रव व बवाल में भी नाने रस्तोगी शामिल पाया गया। पुलिस एवं प्रशासन के लिए नाने रस्तोगी सर दर्द बन चुका था। शुक्रवार रात को देवेश गुप्ता और मंजेश गुप्ता अपनी दुकान बंद कर रहे थे तभी नाने रस्तोगी अपने साथियों सहित उनकी दुकान पर पहुंचा और जमकर बवाल काटा, पीड़ित दुकानदार ने थाना प्रभारी सहित उच्चाधिकारियों को सूचना दी, तो पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर नाने को पकड कर लिया और बवाल के डर से उसे शाहबाद थाने में ले गई। प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राय ने बताया कि नाने रस्तोगी को रामलीला चौराहे के पास देवेश गुप्ता की दुकान के सामने से गिरफ्तार करके शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी टीम में वह स्वयं और थाने के अपराध निरीक्षक वहीद अहमद, कांस्टेबल जयपाल, विजेंद्र कुमार और विनोद कुमार शामिल रहे।
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