लोकसभा प्रत्याशियों के नाम खुले पत्रों से चलाया भंडाफोड़ अभियान

रिपोर्ट - सौरभ मिश्रा

8 अप्रैल को हरिद्वार के रोशनाबाद और हेत्तम पुर में इंकलाबी मजदूर केन्द्र और प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र के कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के नाम खुला पत्र आम मजदूर मेहनतकशों के मध्य चलाया। मोदी सरकार के दस साल, देश किधर जा रहा है? पुस्तिका का वितरण भी किया गया है। 

महिलाओं की ओर से प्रत्याशियों के नाम खुले पत्र में कहा गया है कि माननीय प्रत्याशीगण बताइए हम आपको वोट क्यों करे? क्या आप हमारी निम्न समस्याओं का समाधान करेंगे:-


1- देश में बढ़ती तानाशाही व नफरत की राजनीति पर रोक लगाओ।

2- महिलाओं को घरेलू दासता, सामंती, धार्मिक मूल्य मान्यताओं की दासता, श्रम की लूट से मुक्त किया जाए।

3- महिलाओं को हिंसा से मुक्त किया जाए।

4- अश्लील उपभोक्तावादी संस्कृति (फिल्में, गाने, पोर्न वेबसाइट्स आदि) पर रोक लगाई जाए।

5- सभी स्कीम वर्करों को न्यूनतम वेतन व स्थाई रोजगार दिया जाए।

6- चुने हुए जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने का अधिकार दिया जाए।


इसके अलावा मजदूर संगठन की ओर से भी प्रत्याशीयों के खुले पत्र में चार मजदूर विरोधी लेबर कोड्स को रद्द करने की मांग में क्या प्रत्याशियों ने कभी कोई‌ संघर्ष‌ किया ? ठेका‌ प्रथा खत्म करने, फिक्स टर्म एम्लायमैंट, नीम परियोजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, एवं अग्निबीर योजना के खिलाफ आपने कोई संघर्ष किया? 


विभिन्न स्कीम वर्कर्स (भोजन माता, आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स) को Myself कर्मचारी घोषित करने एवं मनरेगा मजदूरों की दैनिक‌ मजदूरी 1000 रुपये करने की मांग के समर्थन में आपने कोई संघर्ष किया? ऐसे ही अन्य सवाल भी किये गए हैं

प्रचार में इन‌‌ समस्याओं के समाधान के लिए इस घृणित पूंजीवाद के स्थान पर मजदूर मेहनतकशों के राज समाजवाद लाकर इस शोषण उत्पीड़न से मजदूर वर्ग को‌ हमेशा हमेशा के लिए‌ मुक्ति मिलेगी। 


प्रचार अभियान में प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र की ‌नीता, दीपा इंकलाबी मजदूर केन्द्र के पंकज पंकज कुमार, जेपी, दीपक, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के ब्रजराज, सिमेंस वर्कर्स यूनियन (सी एण्ड एस इलेक्ट्रिक लि.) के महिपाल आदि उपस्थित रहे।

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