कस्बे में अवैध ई रिक्शा बन रहे जाम और दुर्घटना का कारण
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🚨 रिपोर्ट - रुद्राक्ष मिश्रा 🚨
ई-रिक्शा चालकों ने जंग बहादुर गंज का मुख्य चौराहा ही नहीं,कस्बे के सभी प्रमुख चौराहों को अपना अड्डा बना लिया है। मनमर्जी से जहां-तहां खड़े होकर सवारियों को उतारने-चढ़ाने लगते हैं। इसके चलते कस्बे में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है ऐसा नहीं है कि कस्बे में यातायात दुरुस्त रखने की व्यवस्था नहीं की गई है। सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस तैनात रहती है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में ई रिक्शा चालकों को नियंत्रित करना एक या दो लोगों के बस की बात नही है साथ ही अधिकतर ई रिक्शा चालक बच्चे और नाबालिक है जिनके पास कमर्शियल लाइसेंस तक नही है वही अधिकांस रिक्शे बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहे है जिनपर किसी की नजर नहीं पड़ती।
ओवरलोडिंग का खेल,सवारियों की जान से खिलवाड़ यात्रा कहीं बन न जाए अंतिम यात्रा
आपको बता दें यह अप्रशिक्षित रिक्शा चालक भर भर के सवारियां बैठाते है भले ही खुद के लिए जगह न बचे सामने से देखने पर आप यह अंदाजा नहीं लगा पाएंगे की ड्राइवर कौन है और सवारी कौन ओवरलोडिंग के चक्कर में चौराहे से पसगवां तक लटके हुए ही यात्रा पूरी करते है प्रदेश सहित देश में हुए कई हादसे इस बात के गवाह है की यह यात्रा कितनी सुरक्षित है।
ई रिक्शा चालक ट्रैफिक व्यवस्था सहित अन्य विभागों को भी लगा रहे लाखों का चूना
अधिकतर ई रिक्शा रिक्शा विक्रेता बिना रजिस्ट्रेशन के ही बेच देते है जिसके कारण परिवहन विभाग को लाखों का चूना लगता है वही बिना रजिस्ट्रेशन चलने वाले रिक्शों से अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो मालिक रिक्शा अपना होने से मना कर देता है जिसके कारण ऐसी घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है इसी के साथ इनको चार्ज करने के लिए प्राइवेट बिजली कनेक्शन का प्रयोग किया जाता है जिसके कारण बिजली विभाग को भी लाखों का चूना लग रहा है।
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