पार्क में लगे पेड़ों की रखरखाव को देखते हुए पार्क का किये निरीक्षण
वशिष्ठ चौबे
लखनऊ इस दौरान मंत्री जी ने पार्क का निरीक्षण किया और पेड़ो की छटनी करने तथा पार्क के रख रखाव पर ध्यान देने को कहा। उन्होने पार्क में खेल रहे बच्चो से भी मुलाकत की।नगर निगम द्वारा वाहनों की बेस्ट से तैयार किए गए इलेक्ट्रिक वाहन का निरीक्षण किया और इस इन्नोवेशन की प्रशंसा की। जरदोजी एवं बेकार पेपर से तैयार की गई ज्वेलरी, खिलौने को देखकर एक नए तरह का नवाचार को प्रोत्साहित किया। गुठली बैंक के बारे में मंत्री जी का विचार है कि लखनऊ विशेषता मलिहाबाद के कारण आम का एक बड़ा बाजार है इस कारण से यहां पर आम की गुठली ज्यादा मात्रा में इकट्ठा होगी जिनको नगर निगम को जनता प्रदान करें। जिससे नगर निगम उपयोगी चीजें तैयार करेगा जिससे पर्यावरण संरक्षण एवं सफाई को प्रोत्साहन मिलेगा।
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह जी के निर्देशन में लखनऊ नगर निगम के अंतर्गत 110 वार्डों में संचालित होंगे ना थ्रो ट्रिपल आर RRR ( REUSE REDUCE RECYCLE ) सेंटर्स।आज 20 मई से 5 जून तक वृहद रूप से अभियान चलाकर इन सेंटर्स को संचालित किया जाएगा।
लखनऊ शहर के 110 वार्डों में खोले गए ना थ्रो ट्रिपल आर सेंटर में शहर के रहवासी एवं संस्थान इत्यादि इन सेंटर पर आकर ऐसी वस्तुएं जमा करवा सकते हैं जिन्हें या तो रियूज किया जा सके या रिसाइकिल किया जा सके।
हर एक सेंटर पर करीब 11 तरह के बैंक स्थापित किये गए हैं।जिनमें बुक बैंक, स्कूल ड्रेस बैंक, फुटवेयर बैंक, आम की गुठली बैंक, कपड़ा बैंक, थैला बैंक, बर्तन बैंक, फर्नीचर बैंक, चिकन कारी/जरदोजी बैंक, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बैंक एवं चश्मा बैंक खोले गए हैं। इन बैंक में शहर के नागरिक ऐसी वस्तुएं जिन्हें वे सफाई गाड़ी में फेंक देते हैं, जिसमें कपड़े, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व किताबें इत्यादि शामिल हैं। उन्हें फेंकने के बजाय इन सेंटरों पर बनी बैंक में जमा कर सकेंगे। जिन्हें आगे किसी जरूरत मंद अथवा रिसाइकल कर इसे इस्तेमाल करने योग्य बनाकर निशुल्क रूप से दिया जा सकेगा।
इसके अतिरिक्त लखनऊ नगर में भी ओडीओपी के तहत तैयार की जा रही वस्तुओं के अपशिष्ट को भी रिसाइकिल कर विशेष उत्पाद बनाये जाएंगे।जिसके लिए विशेष तौर पर गोबर बैंक व आम की गुठली बैंक का संचालन किया जाएगा।
आज इन सभी सैंटर का शुभारंभ वृहद रूप से किया जाएगा एवं शहर के एनजीओ एवं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से इन्हें संचालित किया जाएगा।
110 वार्डों में ये सेंटर कहाँ संचालित किए जा रहे हैं इसकी जानकारी आम जनमानस या अन्य गूलग के माध्यम से जुटा सकेंगे, क्योंकि ये सभी सेंटर जिओ टैग्ड होंगे।साथ ही आईसी/एचएमएस की टीम लोगों को वार्ड वार घर घर जाकर इस बारे में जगरुक करने का कार्य भी करेगी।जिससे कि इस अभियान को पूर्ण रूप से सफल बनाया जा सके।
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