हाटेश्वर नाथ हाटा में उमड़ा जनसैलाब 2023 का शक्ति परीक्षण ?खरी खरी

🖊️ मिथिलेश त्रिपाठी🖊️


2023 चुनावी वर्ष है नेता अब जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं इसी तारतम्य में‌ प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार मऊगंज विधायक भी अब पूरे विधानसभा में विकास यात्रा निकाल कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं ,वहीं पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना भी महाशिवरात्रि के अवसर पर हाटेश्वर नाथ हाटा में विशाल भंडारे का आयोजन कर जनसमूह ‌दिखाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी और विचारणीय बात, की जनता विकास यात्रा और विशाल भंडारे से कितनी प्रभावित होगी, या फिर है‌ यह आने वाला वक्त ही बताएगा, 

क्षेत्रीय मुद्दे और जनता की समस्याओं से जनप्रतिनिधि अब तक कितने संवेदनशील है यह अब तो जनता जनार्दन को तय करना है, तो आइए पहले बात करते हैं बीते 4 साल में वर्तमान विधायक ने मऊगंज को क्या कुछ दिया इसका सीधा असर विकास यात्रा पर दिख रहा है शासकीय कर्मचारियों के ऊपर दबाव बनाकर विकास यात्रा को सफल बनाने के लिए भीड़ एकत्रित करवा रहे हैं , अभी हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री ने भरे मंच से अपने सभी दायित्वों से त्यागपत्र दे दिया उनका आरोप था कि नगर परिषद मऊगंज के सीएमओ महेश पटेल जी ने ब्राह्मणों को सार्वजनिक रूप से गाली दी, जब इस मुद्दे पर नगर परिषद सीएमओ महेश पटेल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भीड़ एकत्रित ना होने की वजह से जिला मंत्री ने नाराजगी जताई, 



अब जनता जागरुक हो चुकी है भीड़ आए भी तो कैसे आए मऊगंज विधायक अपने इस पूरे विकास यात्रा में सिर्फ केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं को गिनाते हैं , अपनी उपलब्धी या फिर 4 साल में मऊगंज क्षेत्र के लिए उन्होंने क्या किया इसका उल्लेख विकास यात्रा में उनके वक्तव्य में से सुनने को नहीं मिला,

जनता ने मऊगंज विधायक के ऊपर धरनेबाज नौटंकीबाज और कमीशन खोर विधायक का तमगा भी लगा दिया ,

यथार्थ से कोसों दूर विपक्ष



अब बात करते हैं पूर्व विधायक का कार्यकाल भी कुछ कम नहीं रहा ,

आम जनता की माने तो पूर्व विधायक का बाहुबली स्टाइल जनता को रास नहीं आया और साथ ही विशेष समुदाय के लोगो का अग्रणी भूमिका में रहना और युवा कार्यकर्ताओं का अतिउत्साह पूर्व विधायक को भारी पड़ा,

 जिसका परिणाम 2018 के चुनाव में देखने को मिला, अब अपनी इस चूक से पूर्व विधायक ने कितना सबक लिया,यह भविष्य के गर्त में है ,

पूर्व विधायक भीड़ तो इकठ्ठा कर लेते हैं लेकिन इस भीड़ को वोट मे कितना बदल पाते हैं, यह देखने के लिए अभी इंतजार करना होगा, जिस तरह से क्षेत्र की जनता के बीच क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर हाहाकार मचा हुआ है ,उस तरह से विपक्ष कभी भी आम जनमानस के बीच जाकर जनहित के मुद्दों के साथ सक्रिय नहीं रहा, सिर्फ दिखावे का धरना प्रदर्शन आंदोलन चलता रहा, 

तीसरा विकल्प भी चर्चा में



अब वही बात करे तीसरे विकल्प की तो तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी की भी दस्तक मऊगंज विधानसभा में हो चुकी है, अब तक दोनों राजनीतिक दलों की कार्यशैली और गतिविधियों के दौर से गुजरी मऊगंज की जनता को कभी उस विकास और जनहितार्थ कार्य का एहसास नहीं हुआ जिसकी वह हकदार थी, उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के उमेश त्रिपाठी लगातार जनता के बीच अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं,

बड़ा सवाल अब ऐसे में आम आदमी पार्टी की आमद करके मऊगंज में नई राजनीति का सूर्योदय कर सकतीं हैं?


मऊगंज विधानसभा में इस बार क्षेत्रीय और बाहरी का मुद्दा भी जोरों पर चल रहा है,


अब देखना यह है कि जनता के बीच में जनता के विश्वास पर कौन खरा उतरेगा,

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