महर्षि श्रृंगी ऋषि महायज्ञ एवं राम कथा का मऊ किला में हुआ भब्य आयोजन*
मऊगंज --मिथिलेश त्रिपाठी
श्रृंगी ऋषि संस्थान मऊ किला मऊगंज के द्वारा आयोजित 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक महर्षि श्रृंगी ऋषि महायज्ञ एवं राम कथा का भव्य आयोजन किया गया यज्ञ करता अरुण कुमार शुक्ला ने जहां विधिवत यज्ञ का कार्य संपन्न कराया वहीं रामकथा कथा व्यास श्री तारक दास जी महाराज श्री धाम अयोध्या के मधुर वचनों ने लोगों का मन मोह लिया 1835 में सेंगर किला मऊ का पतन होने के बाद उक्त स्थल खंडहर के रूप में तब्दील हो गया था 36एकड मे फैला यह किला परिसर वर्तमान में 1.53 एकड़ में सिमट कर रह गया । जहां यह किला अतिक्रमण की चपेट में होता गया और राजस्व विभाग की नाकामियों के कारण आज इस स्थिति में जाकर पहुंच गया आज भी इस किले से सेंगर परिवार के लोगों की आत्मा जुड़ी हुई है लगभग 185 वर्षों के बाद इस किला परिसर में यह ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसको लेकर श्रृंगी ऋषि परिवार एवं अन्य समाज के लोगों में काफी उत्साह रहा क्षत्रिय समाज के साथ-साथ अन्य समुदाय के लोगों ने भी काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।आपसी सहयोग सद्भाव के साथ यह कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसकी कल्पना लोगों ने नहीं की थी कि कभी इस खंडहर नुमा मऊ किला में इस तरह का आयोजन भी होगा। श्रृंगी ऋषि संस्थान मऊ किला मऊगंज के संरक्षक राजा रमेश सिंह जूदेव के संरक्षण में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया । यज्ञाचार्य आचार्य पंडित अरुण शुक्ला जावालीपुरम के द्वारा बहुत ही स्पष्ट शब्दों में यज्ञ का कार्यक्रम आयोजित किया गया उनके आवाजो ने लोगों का मन मोह लिया, 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक किला परिसर में काफी चहल कदमी रही। सेंगर परिवार से जुड़े लोग इस जिले के साथ-साथ प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों से भी खुलकर सहयोग किया यहां तक कि उत्तर प्रदेश के जालौन सहित जगम्मनपुर के महाराजाओं ने भी अपना सहयोग और समर्थन दिया मऊ किला के समय में कई देवी एवं देवताओं की मूर्तियां जो विलोपित सी होती जा रही थी उन्हें देखकर लोग आश्चर्यचकित हुए इतनी पुरानी मूर्तियां इधर-उधर बिखरी हुई पड़ी है जिसको लेकर संरक्षित करने का भी संकल्प श्रृंगी ऋषि परिवार के लोगों ने लिया इस कार्यक्रम में कई जाने-माने लोग भी पधारे। जिसमें विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम डॉ मनमोहन सिंह पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना समाजसेवी मृगेंद्र सिंह एडवोकेट अखंड प्रताप सिंह त्रिनेत्र पत्रिका के प्रधान संपादक अरुण सिंह बघेल, राज रतन सिंह डी एन सिंह प्रभात सिंह मऊगंज संजय मिश्रा बनारस मुन्नू सिंह बहेरी नितिन सिंह बहेरी के पी सिंह बघेल श्रीधर चौरसिया नृपेंद्र सिंह जनपद उपाध्यक्ष नईगढ़ी रमा पांडे सुरेंद्र सिंह चंदेल संतोष मिश्रा धीरेंद्र सिंह संतोष सिंह भाटी बृजवासी पटेल जियाउद्दीन खान शेख मुख्तार सिद्दीकी भोला प्रसाद नामदेव रामसहाय गौतम महेंद्र जमुई सतानंद मिश्रा संतोष मिश्रा राजू सिंह मांडा हाउस अशोक सिंह शाहपुर विपिन सिंह बघेल ईश्वरी प्रसाद मिश्रा उमेश सिंह सेंगर रत्नेश प्रसाद द्विवेदी जीपी विश्वकर्मा विक्रम सिंह देशराज सिंह अरुण सिंह रमेश कुमार पटेल संजय सिंह राजा राम दहिया वैजनाथ शुक्ला चंद्रमा प्रसाद मिश्रा राम उजागर पटेल ब्रिज किशोर पटेल कलयुगी नारायण सिंह वीरेंद्र सिंह पतुलखी , अतुल सिंह सत्येंद्र सिंह रतनगवा गणेश सिंह जमूहरा अशोक सिंह राजीव पांडे संतोष मिश्रा बरहटा, पप्पू सिंह बरहटा आदि लोग इस कार्यक्रम में पहुंचे। श्रृंगी ऋषि संस्था के संरक्षक राजा रमेश सिंह जूदेव संस्था के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह परिहार मुख्य व्यवस्थापक एडवोकेट प्रदीप सिंह सचिव सूरज सिंह कोषाध्यक्ष राजू सिंह सेंगर सह सचिव सूर्य बली सिंह पप्पू व्यवस्थापक धीरेंद्र सिंह गजराज सिंह किसान नरेंद्र सिंह रकरी राकेश सिंह रकरी अमर बहादुर सिंह डिप्टी,अजय प्रताप सिंह राहुल पहाड़ी, दुर्गा सिंह फूल प्रहलाद सिंह सेनुआ मुन्नू सिंह पतुलखी , भूपेंद्र सिंह पहाडी निरपतिसिंह,विजय पाल सिंह अल्हवा,यादवेंद्र सिंह सेंगर बेटा सिंह महेंद्र सिंह , राकेश सिंह लाल साहब ,संकर्षण सिंह लाल विक्रम बहादुर सिंह संतोष सिंह रकरी नरेंद्र बहादुर सिंह मुंशी फूल वंश बहादुर सिंह पथरखोहर बबलू सिंह पुरानी मऊ पुष्पेंद्र सिंह सेंगर रकरी पंकज सिंह गहरवार गुड्डू सिंह बरहटा भगवान सिंह रकरी आदि लोगों ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया वही श्रृंगी ऋषि परिवार से जुड़े हुए लोगों ने जिस तरह से अपना तन मन धन समर्पित किया उसके लिए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है आगे आने वाले समय में किले के संरक्षण संवर्धन की दिशा में भी विचार विमर्श किए गए। त्रिनेत्र पत्रिका के प्रधान संपादक अरुण सिंह बघेल गजराज सिंह करह जोधपुर घराने के श्री ऋषिराज सिंह के पुत्र टोनी , प्रभात सिंह बघेल पिपराही का सहयोग एवं मंत्रणा कार्यक्रम की पहली बैठक से ही निरंतर सहयोग मिलता रहा।
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