योगी सरकार ने कोरोना महामारी में जान गंवाने वालों के वारिसों व परिवारों के लिए विशेष विरासत अभियान शुरू किया है*
कोरोना से जान गंवाने वालों के वारिसों को 'वरासत' अभियान में हुई शुरुआत.
अलीगंज। योगी सरकार ने कोरोना महामारी में जान गंवाने वालों के वारिसों व परिवारों के लिए विशेष विरासत अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि राजस्व विभाग के अधिकारी लाभार्थियों को खतौनी की नकल उपलब्ध कराएं। इसके लिए विधावाओं को कोई आवेदन भी जमा करने की जरूरत नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने 'वरासत' योजना का विस्तार करने का फैसला किया है, जो ग्रामीण यूपी में लंबित संपत्ति के स्वामित्व के मुद्दों को हल करती है, ताकि उन परिवारों को लाभान्वित किया जा सके जिन्होंने कोविड के सदस्यों को खो दिया था। कोविड से मरने वालों के कानूनी वारिसों को संपत्ति का अधिकार दिलाने में मदद के लिए 13 दिन का विशेष अभियान शुरू किया गया है। योजना का वर्तमान चरण भूमि मालिकों के कानूनी वारिसों या विधवाओं को 'खतौनी' या अधिकारों का रिकॉर्ड प्रदान करेगा। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा यह अभियान 18 जुलाई तक चलेगा। इसी क्रम में अलीगंज उपजिलाधिकारी एसपी वर्मा व क्षेत्रीय विधायक सत्य पाल सिंह राठौर व अन्य राजस्व टीम के साथ अलीगंज के ग्राम गेसिगपुर व खरसेला में गये।वहाँ के लोगो को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड़ के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनके परिवार के लोगों को खतौनी में दर्ज किया जायेगा।सरकार द्वारा पेंशन कृषि,आवास आदि की जो भी सुविधा है उनको दिलवाने के लिये प्रयास किया जायेगा।मामलों के निस्तारण के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इसे जल्द से जल्द हल करने से विधवाओं को भूमि और संपत्ति के अधिकार प्राप्त होंगे। 'सबके साथ, खादी है सरकार' का नारा इस अभियान को चिह्नित करेगा।कोई आवेदन जमा करने की जरूरत नहीं होगी
शान मोहम्मद ब्यूरो चीफ. एटा. उत्तर प्रदेश.*
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